अभिनेता ओम पुरी नहीं रहे, लाखों प्रशंसक शोकाकुल

अभिनेता ओम पुरी नहीं रहे, लाखों प्रशंसक शोकाकुल


अभिनय की मिसाल कायम करने वाले अभिनेता ओम पुरी नहीं रहे। शुक्रवार सुबह दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। वह 66 साल के थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओम पुरी के निधन पर शोक जताया है।

ओम पुरी के एक पारिवारिक मित्र ने आईएएनएस से कहा कि अभिनेता अंधेरी पश्चिम स्थित अपने आवास में मृत पाए गए। उनके परिवार में उनका बेटा ईशान हैं, जो पूर्व पत्नी नंदिता पुरी से हुई संतान हैं।

भारतीय फिल्म जगत के इस महान कलाकार के निधन से पूरा फिल्म जगत सदमे में है।

ओम पुरी की आने वाली फिल्म ‘रामभजन जिंदाबाद’ के निर्माता खालिद किदवई ने आईएएनएस को बताया कि उन्होंने गुरुवार की रात ओम पुरी से फिल्म के प्रमोशन के सिलसिले में मुलाकात की थी और सुबह वह नहीं रहे।

किदवई ने कहा, “वह अच्छे मूड में थे और हमारी बातचीत देर शाम तक चली। उसके बाद वह अभिनेता मनोज पाहवा की पार्टी में चले गए। सुबह मुझे जब उनके निधन के बारे में पता चला तो मैं हैरान रह गया, मुझे विश्वास ही नहीं हुआ।”

बीते 23 दिसंबर को आईएएनएस को दिए गए हालिया साक्षात्कार में ओम पुरी कहा था, “जब मैं दुनिया छोड़ दूंगा, तब मेरा योगदान सामने आएगा।”

अपनी विशिष्ट अभिनय शैली के लिए पहचाने जाने वाले ओम पुरी का रुझान सामाजिक मुद्दों वाली सिनेमा की ओर अधिक था। उन्होंने जन लोकपाल के लिए चले अन्ना हजारे के आंदोलन में भी भाग लिया था। उन्हें ‘आक्रोश’, ‘अर्धसत्य’ और ‘धारावी’ जैसी फिल्मों के लिए हमेशा याद किया जाएगा।

राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) के पूर्व छात्र ओम पुरी ने ‘मिर्च मसाला’ जैसी कॉमेडी प्रधान फिल्मों में भी काम किया। उन्होंने इस विधा में ‘जाने भी दो यारों’, ‘चाची 420’, ‘हेराफेरी’, ‘मालामाल वीकली’ जैसी तमाम फिल्में कीं।

वह ‘कक्काजी कहिन’ और ‘मिस्टर योगी’ जैसे टीवी धारावाहिकोंका भी हिस्सा रहे, लेकिन वह टीवी फिल्म ‘तमस’ के लिए खास तौर पर जाने जाते हैं।

असरदार आवाज के धनी ओम पुरी ने फिल्मों के जरिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान बनाई। उन्होंने रिचर्ड एटनबरो की फिल्म ‘गांधी’ में मेहमान भूमिका निभाई थी।

उनकी ब्रिटिश फिल्मों में ‘माइ सन द फैनेटिक’, ‘ईस्ट इज ईस्ट’ और ‘द पैरोल ऑफिसर’ प्रमुख रूप से शामिल हैं। उन्होंने ‘सिटी ऑफ जॉय’, ‘वुल्फ’ और ‘द घोस्ट एंड द डार्कनेस’ जैसी हॉलीवुड फिल्मों में भी काम किया।

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से शुक्रवार सुबह किए गए ट्वीट के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओम पुरी के निधन पर शोक जताया और थिएटर एवं फिल्मों में उनके योगदान को याद किया।

ओम पुरी के मित्र अभिनेता अनुपम खेर ने बताया कि उन्होंने दो दिन पहले ही उनसे बात की थी। ओम पुरी के निधन की खबर से वह सदमे में हैं। उन्हें इस बारे में फिल्मकार अशोक पंडित से पता चला। उन्होंने ओम पुरी को ‘उदार’ बताया।

फिल्मकार विवेक अग्निहोत्री ने कहा, “भारतीय फिल्म उद्योग में उन्होंने बेहतरीन काम किया। उन्होंने वाणिज्यिक व सामानांतर सिनेमा की कई बेहतरीन फिल्में दीं। हमने एक बड़ी प्रतिभा खो दी।”

पद्मश्री और राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से नवाजे गए ओम पुरी को ब्रिटेन फिल्म जगत में भी अपने योगदान के लिए ब्रिटेन सरकार से ‘ऑनररी ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर’ की उपाधि मिली।

उन्होंने थिएटर, टेलीविजन, भारतीय, ब्रिटेन और अमेरिकी फिल्मों में भी काम किया। वह सिने एंड टीवी आर्टिस्ट्स एसोसिएशन (सीआईएनटीएए) के अध्यक्ष और राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी) के पूर्व अध्यक्ष थे।

ओम पुरी की गिनती समानांतर सिनेमा के महारथियों में की जाती है। उन्होंने कई व्यावसायिक फिल्मों में भी काम किया। वह हाल तक फिल्मों में सक्रिय रहे।

उन्हें साल 1990 में देश के चौथा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। फिल्म जगत की हस्तियों और हजारों प्रशंसक मौजूदगी में उनकी अंत्येष्टि शाम छह बजे ओशिवारा विद्युत शवदाह गृह में संपन्न हुई।

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